Monday 17 February 2014

सत्य है शरीर

सत्य है शरीर 
न कपड़ा न लत्ता 
न बम्बई न कलकत्ता 
न न्यूयार्क
न वाशिंगटन 
न हवा सा मन 
न मोटर सा पर्यटन। 
सत्य है हाथ पाँव 
आँख, कान, नाक
चेहरा और दिल 
न विमान न टीवी 
न कम्प्यूटर 
न फूल, न गंध 
सत्य है जड़ 
बाद में बनता है तना 
यह समझ में तुम्हे आये 
तो समझो आदमी बना। 
  

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