मैंने मोगरे का फूल नहीं देखा
उसे मैंने ओठों की तरह
प्रेम की किताबों में देखा है
मैंने गुलाब के फूल देखे हैं
तुम्हारे ओठों की तरह
मुस्कुराते हुए फिर
आखों से झरते हुए
पढ़े हुए
देखे हुए
दोनों ही फूल थे
देखे गए
पढ़े गए
झर गए
रह गए तो केवल तुम्हारे ऒठ
अन्तः करण में
प्रतीक्षित चुम्बन की तरह।
उसे मैंने ओठों की तरह
प्रेम की किताबों में देखा है
मैंने गुलाब के फूल देखे हैं
तुम्हारे ओठों की तरह
मुस्कुराते हुए फिर
आखों से झरते हुए
पढ़े हुए
देखे हुए
दोनों ही फूल थे
देखे गए
पढ़े गए
झर गए
रह गए तो केवल तुम्हारे ऒठ
अन्तः करण में
प्रतीक्षित चुम्बन की तरह।