अपनी ही बनायी दुनिया
घेरती है चारो ओर से
लगाती है कांटे नागफनी
ऊँची चहारदीवारी
जड़ती है सीसे
गेट बनाकर
हथियार बंद संतरी बैठा देती है।
भागोगे तो कैसे तुम
अपाहिज पहले कर रखा है उसने
टुकुर-टुकुर देखो
घेरे में बैठकर आकाश
घेरे के अंदर
लगे पेड़ पौधे
फूल पत्ते
रंग बदरंग होते इट पत्थर।
मेरा तो जीवन पहले से ही आकाश था
भविष्य में भी आकाश रहेगा
चिंता उनकी है
जो उगा रहे हैं नागफनी
घेरे लगा रहे हैं यथाशक्ति
सबको
अपना समय इसी बंधन को
किये जा रहे हैं समर्पित।
घेरती है चारो ओर से
लगाती है कांटे नागफनी
ऊँची चहारदीवारी
जड़ती है सीसे
गेट बनाकर
हथियार बंद संतरी बैठा देती है।
भागोगे तो कैसे तुम
अपाहिज पहले कर रखा है उसने
टुकुर-टुकुर देखो
घेरे में बैठकर आकाश
घेरे के अंदर
लगे पेड़ पौधे
फूल पत्ते
रंग बदरंग होते इट पत्थर।
मेरा तो जीवन पहले से ही आकाश था
भविष्य में भी आकाश रहेगा
चिंता उनकी है
जो उगा रहे हैं नागफनी
घेरे लगा रहे हैं यथाशक्ति
सबको
अपना समय इसी बंधन को
किये जा रहे हैं समर्पित।
No comments:
Post a Comment