Sunday 2 February 2014

किसान

किसान ने बादल की तरफ देखा 
वे चले गये थे 
किसान ने धरती की ओर देखा 
वह सूख रही थी 
बेटे की ओर देखा 
वह बे रोजगार था 
पत्नी की ओर देखा 
उसकी साड़ी फटी हुई थी 
जेब की ओर हाथ बढ़ाया 
उसमे दो रुपये थे 
घर में देखा 
बर्तन, कुछ अनाज 
कुछ कंडे, उपले लकड़ियों का ढेर। 
किसान ने सोचा 
नमक है
तो भोजन का उपाय है 
और ,और , और 
और तो कुछ भी नही है 
किसान के पास 
क्या किसान को किसी 
और देश में होना चाहिए।  

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